म्यूच्यूअल फंड एक प्रकार Company की होती है जो अलग-अलग लोगों से पैसे एकत्रित करती है. वह Company उन पैसों को Bonds और Stocks में निवेश कर देती है.
उन Company की इन सभी मिलीत Holdings और Stocks को उस Company का Portfolio भी कहा जाता है. सभी म्यूचल फंड का देखरेख एक Asset Manager करता है.
म्यूचल फंड से पैसे कमाने का एक आसान और अच्छा तरीका है. इसमें निवेश करने के लिए हमारे पास ज्यादा पैसे हो यह जरूरी नही है. बल्कि हम इसमें 500 या 1000 रुपए हर महीने निवेश कर सकते है.
Matul Fund क्या है in Hindi ?
म्यूच्यूअल फंड विभिन्न निवेशकों से पैसे एकत्रित कर उसे फंड में निवेश करने का एक तरीका होता है. इस प्रकार के Fund की देखरेख एक मैनेजर के द्वारा की जाती है.
यह अलग-अलग निवेश को से एकत्रित किए गए पैसे को Share Market में Invest करता है. निवेश किए गए व्यक्ति के पैसे के लिए एक Unite दे दी जाती है. इस Unit को NAV कहा जाता है.
Matual Fund में Invester के लाभ और लागत को साझा किया जाता है. Invester यह तय कर सकता है कि वह कितना जोखिम उठाना चाहता है. उनकी वापसी इन बातों पर निर्भर करती है कि उस निवेश का कितना फायदा होगा.
Mutual Fund को सक्रिय और निष्क्रिय रूप से प्रबंधित किया जा सकता है. एक Active प्रबंध फंड से Return अधिक मिलता है. परंतु इसमें उन निवेशकों के लिए खतरा भी उतना ही होता है.
म्यूचल फंड बहुत सारे व्यक्तियों से एकत्रित किया हुआ फंड होता है. इसमें लगाए गए पैसे को अलग-अलग जगहों पर निवेश करने के लिए उपयोग किया जाता है.
Matual Fund का इतिहास in Hindi ?
भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की पहल पर भारत Unit ट्रस्ट of india के गठन के साथ india में म्यूचल fund उद्योग 1963 में start हुआ था.
इसका Main उद्देश्य से संबंधित विषयों से जान पहचान करवाना और छोटे निवेशकों को आकर्षित करना था.
संसद के अधिनियम के तहत UTI का गठन 1963 में किया गया था. इसकी स्थापना भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा की गई थी. शुरुआती दौर में यह RBI के अंतर्गत काम में था.
1978 में RBI ने UTI को अलग कर दिया. भारतीय औद्योगिक विकास Bank को RBI के स्थान पर Regularty और Administrative Control का अधिकार मिला. UTI ने इसके अंदर काम करना Start किया.
Matual Fund के Types –
म्यूचुअल फंड के कई प्रकार होते है. इनको हम दो बागों में बांट सकते है. पहला Asset के आधार पर और दूसरा सरंचना के आधार पर Mutual Fund के प्रकार होते है.
- एसेट के आधार पर Funds के प्रकार –
✓Debit Funds
✓Equity Funds
✓Liquid Mutual Funds
✓Money Market Fund
✓Balanced Mutual Fund
इस तरह के फंड में निवेशकों को जहां एक और आय वृद्धि को गति प्रदान करते है. वहीं दूसरी ओर आय को स्थिरता देते है.
इन Funds के अन्य भी कई तरह के Funds होते है. परंतु मुख्य रूप से इस्तेमाल में लाया जाने वाला फंड यही है.
- सरचना के आधार पर Funds के प्रकार –
✓Interval Funds
✓Open Ended
✓Close Ended Mutual Fund
यह निवेशकों को पूर्व निर्धारित समय पर Fund का लेनदेन करने की अनुमति प्रदान करता है. उसी निर्धारित अवधि में ही Fund की Trading की जाती है.
Matual Fund के फायदे –
अब हम यहां Matual Fund के फायदों के बारे में जानेंगे.
- Diversification –
सही निवेश का मूलमंत्र यही है कि अपने पेशे को एकत्रित न कर अलग-अलग जगहों पर बांट दो और निवेश में बांट दो.
- Variety –
Mutual Fund में इस समय में कुछ ना कुछ एक फायदा तो है. ज्यादा रिटर्न पाने वालों के लिए ज्यादा Return वाले और सुरक्षित Investकरने वाले के लिए अधिकतम सुरक्षा फंड मौजूद है.
- Professional Management –
हमारे द्वारा Mutual Fund में Invest पैसे म्यूचल फंड विशेषज्ञों द्वारा उनके हुनर और अनुभव के साथ Manage किया जाता है.
आज क्या सीखा ?
आज हमने इस पोस्ट मेे बताया है कि Mutual Fund क्या है in Hindi. इसी तरह की ओर नई जानकारियों के लिए हमारे साथ जुड़े रहे.
Mutual Fund करने के फायदों के बारे मे आपको समझन में कोई भी प्रोब्लम नही होगी. यदि हमारा पोस्ट अच्छा लगा तो इसको Share जरूर करें.